Hello Idiots,
मैं आज बहुत दिनों के बाद ब्लॉग पोस्ट अपडेट हूँ। आप चाहो तो मुझे आलसी कह सकते हो ; या ये कहो की मेरे पास कोई आईडिया ही नहीं था। आज में इतने
दिनों बाद कुछ
ब्लॉग पोस्ट लिखने का मन हुआ तो सोचा क्यों न अपनी जिंदगी की कुछ हसीन पलो को इस में समेट लूँ जो मैंने ट्रैन और बस में बिताया । इस बार मैं आप सब को अपनी एक फैमिली ट्रिप के बारे में आपको बताने जा रहा हूँ।
Year 2010, में हमारी पूरी फैमिली ने दीपावली की ठीक अगले दिन वैष्णो देवी जाने का सोचा और अगली सुबह ही हम सब निकल लिए. क्यूंकि हमारी सुबह जलदि की ट्रैन थी हमने जल्दी ही New Delhi रेलवे स्टेशन पहुचना था. हम सब ट्रैन में बैठे और यहाँ से हमारे सफर के मस्ती भरें पल शुरु हुऐ ।
पूरे रास्ते हमने बहुत मस्ती की , कभी अंताक्षरी खेली तो कभी लूडो, कभी ताश के पतों के साथ समय बितया. हर बड़े स्टेशन पर ट्रैन का रुकना और हमारा भाग के बाहर जाना और वहा के स्टेशन से कुछ खरीद कर खाना।
क्यूंकि ये मेरी पूरी फैमिली (माँ, पापा, में, और २ बड़ी बहनें ) का पहला सफर था इसके बात ही कुछ और थी। ट्रैन की तेज रफ़्तार और खिड्कीयो से बहार के नज़ारे ने हमारे सफर को और खुशनुमा बनाया।
सुबह से सफर करते करते रात हो गयी और हम सब सो गए। वहाँ ठण्ड भी बढ़ने लगी थी पर उसके भी अलग लुफ्त थे, करीब अगली सुबह ११ बजे के करीब हम जम्मू तवी पहुंचे। वहां पहुँचते ही हमने टेस्टी मेग्गी खाई , जूस पिया और पापा मम्मी ने खाना खाया।
नाश्ता करने के बाद हम सब ने वह से कटरा के लिए बस ली और चल दिए पहाड़ी रास्तो के लुफ्त उठाने । बस का स्पीड में पहाड़ी रास्तो में भागना हमारे दिल की धड़कनो को कम करने जैसा था ।
वो कुछ घंटो का पहाड़ो के बीच बस का सफर बहुत उत्पाद करने वाला था. करीब ३ से ४ घंटे में हम कटरा पहुंचे और वहां से शुरू हुई एक नई कहानी.
तो ये मेरी जिंदगी के पहले सफर का वृतांत जिसे मेने आपको ब्या किया। समय समय पर ऐसी यात्रा रिश्तो और दिलो क ओर मजबूती से जोड़ने का काम करती हैं। और अब से ये #JodeyDilonKo काम करेगा Zee network ka new टीवी चैनल zindagitv.in ...
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